बिहार में पत्रकारों को नीतीश सरकार ने पेंशन का तोहफा दिया है. विधानसभा में नीतीश कुमार ने पत्रकारों के लिए ‘बिहार पत्रकार सम्मान योजना’ की शुरुआत की. इसके तहत 20 साल तक पत्रकारिता का अनुभव रखने वाले पत्रकारों को पेंशन के रूप में हर महीने 6 हजार रुपया जीवन भर दिया जाएगा. अगर उनकी मौत हो जाती है तो उनकी पत्नी या पति को योजना का लाभ मिलेगा. खास बात है कि इस योजना का लाभ अखबार, टीवी जनर्लिस्ट और वेब पोर्टल में कार्यरत सभी पत्रकार उठा सकते हैं.
इसके अलावा वृद्धावस्था पेंशन का दायरा बढ़ा दिया गया है. अब इस दायरे में बीपीएल, एपीएल के साथ सभी सामान्य वर्ग के बुजुर्गों को शामिल किया गया है. अबतक सिर्फ बीपीएल में शामिल बुजुर्गों को ही वृद्धावस्था का लाभ मिलता था. इसके तहते इन्हें 400 रुपया हर महीना दिया जाता था. सीएम नीतीश कुमार ने बताया कि पेंशन में बदलाव का लाभ 1 अप्रैल 2019 से मिलेगा.
पिछले दिनों सीएम नीतीश कुमार ने पत्रकारों की पेंशन योजना शुरू करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया था. इस संबंध में पत्रकारों का एक प्रतिनिधिमंडल कमलकांत सहाय के नेतृत्व में नीतीश से मिला भी था. प्रतिनिधिमंडल में रजनी शंकर, मनीष कुमार, अनिल कुमार, शत्रुघ्न प्रसाद सिन्हा, जयकुमार झा समेत कई पत्रकार शामिल थे.
पत्रकारों के खाते में सीधे पेंशन जायेगी और उन्हें आजीवन ये पेंशन मिलती रहेगी. अगर उनका निधन होता है, तो पत्नी या आश्रित को तीन हजार की पेंशन मिलेगी. इसके अंतर्गत पत्रकार, छायाकार, संपादक, समाचार संपादक, उप संपादक, व्यंग चित्रकार आदि शामिल होंगे. मीडिया में दैनिक, साप्ताहिक, पाक्षिक समाचार पत्र, पत्रिका, समाचार एजेंसी, इलेक्ट्रानिक मीडिया, न्यूज चैनल और पोर्टल शामिल हैं.